WHO Scientist on Another Pandemic: चीन में सांसों से संबंधित बीमारियों का जो कोलाहल मचा है, उससे पूरी दुनिया को चिंता होने लगी है. उधर वैज्ञानिक भी कह रहे हैं कि अगली महामारी आने वाली है. ऐसे में विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO की चीफ साइंसटिस्ट डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने बड़ा बयान दिया है. डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने टीओआई से बात करते हुए कहा है कि हाल ही में चीन को लेकर जो खबरें आ रही है, उससे यह चिंताजनक लग सकता है लेकिन आपको यह याद रखना है कि सांसों से संबंधित वायरल बीमारी मौसमी होती हैं और सर्दियों में काफी आते हैं. ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस या बैक्टीरियल इंफेक्शन जैसे कि माइकोप्लाज्मा निमोनिया आपको इसलिए नया लग सकता है क्योंकि आपने पहली बार इसे सुना है और इसमें ब्रोकाइटिस या निमोनिया जैसे लक्षण होते हैं.
पहले से ज्यादा हम इन वायरसों को पहचानने लगे हैं
डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने बताया कि कोरोना के बाद हमने इस तरह की बीमारियों पर निगरानी बढ़ा दी है. इस कारण अब इस तरह की बीमारियों की जांच होने लगी है. इसलिए इस तरह की नई-नई बीमारियों की पहचान होने लगी है.हालांकि इसका मतलब यह नहीं है कि नए वायरसों में अचानक वृद्धि हुई है. आपको ऐसा इसलिए लग रहा है क्योंकि यह बेहतर जांच का परिणाम है. इसलिए भविष्य में हमें वायरसों के और अधिक नाम सुनने को मिल सकते हैं. या तो ये पुराने होंगे या नए भी हो सकते हैं. हमें इनसे वैज्ञानिक तरीके से निपटना सीखना होगा.
क्या और नए-नए वायरस मिलेंगे
सौम्या स्वामीनाथन ने बताया कि उभरते वायरसों का जोखिम अभी भी महत्वपूर्ण बना हुआ है. इसे आप ऐसे समझ सकते हैं कि जैसे-जैसे मानव गतिविधियां वन्यजीवों के आवासों में घुसपैठ करती हैं, वैसे-वैसे जूणोटिक बीमारियों (जो बीमारियाँ जानवरों से इंसानों में फैलती हैं) का जोखिम बढ़ता है. हम रोज़ाना ऐसी खबरें सुनते हैं जिसमें जंगली जानवर जैसे बाइसन, बाघ और हाथी इंसान के आवासों में प्रवेश करते हैं.अवैध वन्यजीव व्यापार भी विभिन्न प्रजातियों के बीच वायरस के फैलने को बढ़ावा देता है.चीन के वुहान जैसे बाजार जानवर से इंसान में वायरस के संक्रमण का जोखिम बढ़ा रहे हैं. आमतौर पर एक मामले में यह रुक जाता है लेकिन एक भी म्यूटेशन हुआ तो यह इंफेक्शन की दर को बढ़ा सकते हैं. आजकल जिस तरह से एक देश से दूसरे देश की यात्रा जल्दी-जल्दी हो रही है, उस स्थिति में नया वायरस दुनिया भर में फैल सकता है. इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं.
क्या नया वायरस महामारी का कारण बन सकता है
डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने कहा कि वायरस का जो फैलाव हो रहा है, उसपर WHO बारीकी से निगरानी कर रहा है. डब्ल्यूएचओ जैसी कई संगठनें इन चीजों पर निगरानी रख रही है. हालांकि किसी भी संगठन ने अब तक कोई अलर्ट जारी नहीं किया है. चीन से भी कोई चेतावनी या अलर्ट नहीं है. ऐसे में फिलहाल, हम यह कह सकते हैं कि चिंता की कोई बात नहीं है. कोरोना महामारी के बाद अधिकांश देश वायरस, इसके म्यूटेशन और स्ट्रैन को लेकर खुले प्लेटफॉर्म पर रिपोर्ट करते हैं. इससे अगर कोई समस्या उभरती है तो हमें पता चल जाता है. ऐसे में घबराने के बजाय समझदारी से काम लेना चाहिए. जितनी सावधानी बरतेंगे और पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट की बातों को सुनेंगे, उतना ही अच्छा साबित होगा.
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FIRST PUBLISHED : January 8, 2025, 11:53 IST